Itminan Badi Cheez Hai (Hindi Translation of In Praise of Slowness) By Carl Honore
इत्मीनान बड़ी चीज़ है - कार्ल ऑनरे
आज हमारी सबसे बड़ी चिंता है की कैसे तो हम काम से काम समय में ज्यादा से ज्यादा काम कर ले,ज्यादा से ज्यादा चीज़े पा लें।'जल्दी, और जल्दी' के चक्कर में हम उन सभी चीज़ो को खोते जा रहे है,जो एक खुशहाल ज़िन्दगी के लिए ज़रूरी है और जिन्हे केवल इत्मीनान से ही पाया जा सकता है। यह पुस्तक हमें बताती है कि अब दुनिया भर में लोग खुद से इस तरह प्रश्न करने लगे है और उन्हें अहसास होने लगा है कि ज़रूरत से ज्यादा तेज़ी की जो कीमत वे चूका रहे है,वह न केवल बहुत ज़्यादा है बल्कि बेवजह भी है।
किताब में बताया गया है की जीवन में इत्मीनान को जगह देने लगे तो वह देखकर आश्चर्यचकित हो जायेंगे की जीवन को लेकर उनका उत्साह और उनकी कार्यक्षमता कितनी अधिक बढ़ गयी है।