Kulvadhu (Hindi Edition) by Rabindranath Tagore कुलवधू - रवीन्द्रनाथ टागोर इस उपन्यास की कहानी एक क्रूर और दम्भी राजा के राजा की गाथा है । वह इतना क्रूर है की अपने बेटे ,जंवाई ,चाचा तक की हत्या का षड्यंत्र रचता है। अपनी हठधर्मिता के कारण वह अपनी बेटी विभा के जीवन के सारे सुख छीन लेता है। जनता में लोकप्रिय अपने बेटे को हुक़ुमतबदर कर देता है।