क्या आपका बच्चा दुनिया का सामना करने के लिए तैयार है? - अनुपम सिब्बल
अपने बच्चे से प्रभावशाली व्यव्हार करने का क्या रहस्य है?
Kya Aapka Bachcha Duniya Ka Samna Karne Ke Liye Taiyar Hai by Anupam Sibbal
अच्छे माता-पिता बनना एक ऐसा कौशल है जो समय के साथ विकसित होता है - एक ऐसा गुण जिसके लिये तेज़ी से बदलते हुए समय के अनुसार स्वयं को निरंतर ढालते रहने की आवश्यकता होती है | आज की दुनिया में शैक्षणिक कार्यक्रम और गैर-शैक्षणिक गतिविधियों और बहुतेरे इलेक्ट्रॉनिक उपकरणों के प्रभाव की वज़ह से बच्चों पर दबाव बहुत बढ़ जाता है, इसलिए उनके साथ संवाद करना और ताल-मेल बैठना बेहद मुश्किल हो जाता है | डॉ. अनुपम सिब्बल एक पिता, शिशु-रोग विशेषज्ञ, और अपोलो हॉस्पिटल्स समूह के ग्रुप मेडिकल डायरेक्टर के रूप में प्राप्त अनुभवों के आधार पर अपने बच्चों से प्रभावशाली तरीक़े से जुड़ने और लालन-पालन की कला को बेहतर रूप से निभाने के गुर बता रहे हैं | डॉ. सिब्बल उन व्यावहारिक मूल्यों और गुणों पर ध्यान केंद्रित कर रहे हैं जो बच्चों के व्यक्तित्व को आकार देते हैं | यह पुस्तक माता-पिता की मूल भूमिका को संबोधित करते हुए यह सवाल उठाती है और साथ ही इसका जवाब भी देती है कि क्या आपका बच्चा दुनिया का सामना करने के लिए तैयार है! प्रोफेसर अनुपम सिब्बल बीस वर्षों से शिशु-रोग विशेषज्ञ हैं | भारत और यूके में प्रशिक्षित सिब्बल ने 1998 में अपोलो हॉस्पिटल्स, दिल्ली में भारत का पहला सफल शिशु लिवर ट्रांसप्लांट कार्यक्रम स्थापित करने में मदद की | प्रोफ़ेसर सिब्बल 2005 से अपोलो हॉस्पिटल्स ग्रुप के 'ग्रुप मेडिकल डायरेक्टर' हैं | प्रोफेसर सिब्बल मेक्वारी यूनिवर्सिटी, ऑस्ट्रेलिया में मानद क्लीनिकल प्रोफ़ेसर हैं | चिकित्सा साहित्य में उनके 95 प्रकाशन हैं, वे तीन मेडिकल पत्रिकाओं के संपादकीय बोर्ड के सदस्य हैं और उन्होंने पीडियाट्रिक गैस्ट्रोएंट्रोलोजी और हेपेटोलॉजी की एक किताब का संपादन भी किया है | प्रोफेसर सिब्बल अपनी पत्नी नंदनी और पुत्र देवांग के साथ नई दिल्ली में रहते हैं | यह उनकी पहली ग़ैर चिकित्सकीय पुस्तक है |