मैं मन हूँ - दिप त्रिवेदी
Mein Mann Hu (Hindi Translation of I Am The Mind) By Deep Trivedi
आपके जीवन को प्रभावित करने वाला परम कारण मुझे जानिए - समस्याओ का अंत लाइए
मन के बारे में जानना-समझना कौन नहीं चाहता? यह मनुष्य का मन ही है जो उसे चौबीसो घंटे चलाता रहता है। मन के आगे मनुष्य की एक नहीं चलती। परंतु जो लोग समझदारीपूर्वक मन के मालिक हो जाते है,वे जीवन में आनंद और सफलता के शिखर छूते चले जाते है।इस पुस्तक में कई रोचक कहानियों,चुटकुलों और दृष्टांतो के साथ मन और बुद्धि के फर्क को तथा मन की कार्यप्रणालियों और उनसे निपटने के उपायों की बड़ी ही सरल भाषा में खुलकर चर्चा की गयी है।