Nazakat (Hindi Translation of La Delicatesse) by David Foenkinos
नज़ाकत - डाविद फोईनिकनोस
नैटेली अपनी ज़िन्दगी से बेहद खुश है। अपने काम में सफल है और अपने पति के साथ सुखी जीवन बिता रही है। लेकिन अचानक जब उसका पति एक कार दुर्घटना में मारा जाता है तो उसकी हँसती-खेलती दुनिया एकदम वीरान और उदास हो जाती है। कई बरस बीत जाते हैं, और फिर एक दिन, यूँ ही बिना कुछ सोचे-समझे वह अपने साथ काम कर रहे मार्कस को चुम्बन देती है। मार्कस नैटेली को चाहने लगता है। लेकिन नैटेली अपने ही गम की दुनिया में डूबी है....क्या मार्कस नैटेली को यह विश्वास दिला सकेगा कि वह उसके जीवन में फिर से प्यार की बहार ला सकता है? क्या नैटेली उसकी मुहब्बत को कबूल कर पायेगी...दो दिलों की कशमकश में डूबते-उतरते प्यार की कहानी है नज़ाकत।