Poot Anokho Jayo by Narendra Kohli स्वामी विवेकानन्द के जीवन पर किसी भी भाषा में लिखे गए उपन्यासांे में सर्वश्रेष्ठ!भारतमाता ने अनेक अनोखे पुत्रों को जन्म दिया है। वे अपने कर्म - बंधन में बंध कर नहीं, संसार को एक संदेश देने के लिए आए थे। स्वामी विवेकानन्द उन सब में विरले हैेें। वे स्वयंसिद्ध हैं। यह उन्होंने अपने समय में ही साबित कर दिया था। स्वामी विवेकानन्द ने कहा कि हिंद महासागर के तल का सारा कीचड़ यदि अंग्रेज़ों के मुंह पर मल दिया जाए, तो भी वह कम होगा। उन्होंने उससे कहीं अधिक मेरी मां को कलंकित किया है। मां के सम्मान की रक्षा के लिए, अपने देश से सहस्रों योजन दूर, शब्दों के माध्यम से एक महासंग्राम छेड़ने वाले योद्धा के जीवन पर लिखा गया एक अद्भुत उपन्यास, जिसमें लेखक का अपने नायक से अविस्मरणीय तादात्म्य हुआ है। आइए, पढ़ें सदी के सर्वाधिक विख्यात योद्धा संन्यासी की महागाथा। आज के सर्वाधिक लोकप्रिय कथा - शिल्पी नरेन्द्र कोहली के लिए कथा - सजृन एक मिशन है, जिसके प्रति समर्पित भाव से वे निरंतर रचनारत हैं। उनकी मिथकीय कथा - परम्परा ने उन्हें सबसे अलग और विशिष्ट स्थान दिलवाया। इसीलिए वे भारतीय भाषाओं की उपन्यास - यात्रा में अपने को मील के पत्थर की तरह स्थापित कर पाए हैं। उनकी उपन्यास शृंखलाएं वास्तव में दस्तावेजों से कम नहीं हैं।