Sampurna Yog Vidya (Vaigyanik Adhar Sahit) By Rajeev Jain
संपूर्ण योग विद्या - राजीव जैन योगासन,प्राणायम,मुद्रा,बांध,षट्कर्म,ध्यान एवं कुण्डलिनी योग वैज्ञानिक आधार सहित इस पुस्तक में पतंजलयोगप्रदीप,हठयोगप्रदीप,घेरण्ड संहिता,वशिष्ट संहिता आदि प्राचीन और प्रमाणित ग्रंथो का सार है । इसमें योग द्वारा जीने की कला,योग और आयुर्वेद का सम्बन्ध,योग और मानसिक स्वास्थ्य,किसी रोग विशेष में कौन सा आसन और आहार उपयुक्त है और कौनसा वर्जित है ,योग्य आहार की उपयोगिता,तनाव प्रबंधन में योग की भूमिका,एक्यूप्रेशर आदि का वर्णन एवं योग की वैज्ञानिक कारणों सहित विवेचना है ।