Surya Bruhaspati Shanti Upay by C M Srivastava
सूर्य-बृहस्पति शांति उपाय
जीवन में सफलता, उन्नति और शांति के लिए उत्साह तथा ज्ञान का समन्वय आवश्यक है। सूर्य जहा शौर्य और उत्साह का स्वामी ग्रह है तथा सभी ग्रहो का स्वामी भी है, वही बृहस्पति को ज्योतिष शास्त्र में कालपुरुष का ज्ञान मन गया है।
प्रस्तुत पुस्तक में इन दोनों ग्रहो के नकारत्मक और सकारत्मक गुणों की विवेचना विभिन्न संदर्भो में की गई है। इसमें हैं - द्वादश भावो में दोनों ग्रहो की शुभ-अशुभ स्थिति की व्याख्या, दृष्टिफल, अंतर एवं प्रत्यंतर दशाओं का फल तथा इनकी प्रतिकूलता नष्ट करके पूर्णतया अनुकूल बनाने के सरल-सुगम शांति उपाय। क्योकि सूर्य के पुत्र है शनि, इसलिए शनि एवं सूर्य के संबंधो पर भी इस पुस्तक में विशेष रूप से चर्चा की गई है।