सन्यासी जिसने अपनी सम्पति बेच दी - रोबिन शर्मा The Monk Who Sold His Ferrari का हिंदी अनुवाद यह प्रेरणादायक कहानी हमें क्रमशः उत्साह, सन्तुलन, समृद्धि और आनन्द से जीने को प्रेरित करती है। ‘संन्यासी जिसने अपनी संपत्ति बेच दी’ एक आश्चर्यजनक नीतिकथा है। यह पुस्तक ‘द मांक हू सोल्ड हीज़ फ़रारी’ का हिन्दी अनुवाद है, जो हमें जूलियन मेंटले के जीवन से अवगत कराती है। मेंटले जो वकालत के पेशे से जुड़े हुए थे और अपनी असन्तुलित जीवन-शैली से पूरी तरह हताश थे। वह अपने पेशे, धन-दौलत सभी को त्यागकर हिमालय की चोटियों में गए और वहां सिवाना के सन्तों से उन्हें जो ज्ञान प्राप्त हुआ उसी का निचोड़ यह पुस्तक हमें बताती है कि :
आनन्दपूर्ण विचारों का विकास करें
जीवन की आवश्यकताओं और उद्देश्यों को अनुसरण करें
आत्मानुशासन को परिष्कृत करें और साहसपूर्ण ढंग से कार्य करें
समय की उपयोगिता को समझें
अपने रिश्तों को पोषण दें और हर समय परिपूर्णता से जिएं।